🔹 योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath)
भारत की राजनीति में बहुत से नेता आए और गए, लेकिन कुछ नाम ऐसे होते हैं जो इतिहास बन जाते हैं।
योगी आदित्यनाथ का नाम उन्हीं गिने-चुने नेताओं में आता है जिन्होंने अपने सिद्धांत, सख्ती और सेवा भावना से जनता का दिल जीता है।
आज जब कोई नेता कानून का पालन कराने के लिए माफियाओं पर बुलडोज़र चलवाता है, तो लोग एक ही नाम याद करते हैं —
“बुलडोज़र बाबा – योगी आदित्यनाथ”
लेकिन क्या आप जानते हैं कि योगी जी का असली नाम क्या था?
उन्होंने क्यों त्याग दी इंजीनियरिंग की पढ़ाई?
क्यों वे खुद को हिंदू संस्कृति का रक्षक मानते हैं?
योगी आदित्यनाथ, जिनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है, वर्तमान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और देश के सबसे सख्त और लोकप्रिय नेताओं में से एक माने जाते हैं। वे एक सन्यासी, गोरखनाथ मठ के महंत और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं।
योगी आदित्यनाथ… एक ऐसा नाम, जो न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में सख्त कानून व्यवस्था और ज़ीरो टॉलरेंस नीति का पर्याय बन चुका है।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है —
एक सीधा-सादा, हिमालय की गोद में जन्मा युवक कैसे बना भारत का सबसे दबंग मुख्यमंत्री?
चलिए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ प्रेरणादायक और अनसुनी बातें, जो आपको अंदर से झकझोर देंगी।
1. अजय से योगी बनने तक: एक संघर्षमयी बदलाव
योगी जी का जन्म हुआ उत्तराखंड के छोटे से गाँव पंचूर में।
नाम था – अजय सिंह बिष्ट।
घर में सात भाई-बहनों में पाँचवें स्थान पर।
पिता थे एक ईमानदार फॉरेस्ट अफसर, और माँ — एक धर्मनिष्ठ महिला।
अजय बचपन से ही नियमबद्ध और स्वाभिमानी थे।
वे जीवन में कुछ अलग करना चाहते थे। इंजीनियर बनने का सपना देखा, पर अंततः राम मंदिर आंदोलन से प्रभावित होकर सन्यासी बनने का निश्चय किया।
2. इंजीनियर बनना चाहते थे, लेकिन बन गए सन्यासी
बहुत कम लोग जानते हैं कि अजय सिंह बिष्ट ने गणित में स्नातक किया था और वे इंजीनियर बनने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन जब राम मंदिर आंदोलन से प्रभावित हुए, तो उन्होंने जीवन की दिशा ही बदल दी।
सन 1993 में गोरखनाथ मठ पहुंचे और महंत अवैद्यनाथ जी से दीक्षा लेकर संन्यास ले लिया।
3. महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा और गोरखनाथ मठ में प्रवेश
1993 में वे पहुंचे गोरखनाथ मठ, और वहाँ से जीवन की दिशा ही बदल गई।
महंत अवैद्यनाथ जी से दीक्षा ली, और अजय अब योगी आदित्यनाथ बन चुके थे।
यह बदलाव केवल नाम का नहीं, जीवन दर्शन का था।
4. केवल 26 वर्ष में संसद की सीढ़ियाँ चढ़ीं
1998 में, जब बहुत से लोग अपने करियर की शुरुआत करते हैं —
योगी जी 26 वर्ष की उम्र में गोरखपुर से सांसद बने।
- उसके बाद लगातार पाँच बार सांसद रहे
- अपने भाषणों, सिद्धांतों और सेवा से जनता के दिलों में जगह बना ली
- 2002 में हिंदू युवा वाहिनी का गठन किया
5. आजमगढ़ की घटना: जब जेल जाना मंज़ूर था पर कर्तव्य से पीछे हटना नहीं
7 सितम्बर 2008 का दिन…
आजमगढ़ में मोहर्रम के दौरान तनाव हुआ।
एक युवक गंभीर रूप से घायल था। प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया।
योगीजी को मना किया गया कि वो न जाएँ।
पर उन्होंने साफ कहा —
“जब मेरा धर्म है सेवा करना, तो मैं कैसे रुक जाऊँ?”
वो खुद अस्पताल पहुंचे, फिर गिरफ़्तारी दी।
उन पर कई धाराएँ लगीं।
लेकिन उस युवक की जान बची।
इस घटना ने जनता को दिखा दिया – ये नेता सिर्फ भाषण नहीं, बलिदान देने को भी तैयार है।
6. अपराधियों के लिए बन गए “दहशत का दूसरा नाम”
मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा –
“राज्य में कानून का राज चलेगा, माफिया का नहीं।”
फिर क्या था —
- अवैध बूचड़खानों पर ताला
- माफियाओं की संपत्ति ज़ब्त
- एंटी रोमियो स्क्वॉड की स्थापना
- महिला सुरक्षा को प्राथमिकता
- बुलडोजर बना कानून का प्रतीक
- लव जिहाद के खिलाफ कानून
- भ्रष्ट अधिकारियों को सस्पेंड
आज उत्तर प्रदेश में कई बड़े अपराधी या तो जेल में हैं या राज्य छोड़ चुके हैं। अब उत्तर प्रदेश की पहचान गुंडाराज नहीं, “योगी मॉडल” से होती है।
7. धर्मांतरण पर खुलकर विरोध
योगीजी ने जबरन धर्म परिवर्तन और लव जिहाद के खिलाफ खुलकर आवाज़ उठाई।
उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति सनातन है और इसकी रक्षा हर नागरिक का कर्तव्य है।
2005 में एटा जिले में 1800 ईसाई परिवारों को शुद्धिकरण कर हिंदू धर्म में वापस लाया गया।
8. कुंभ और अयोध्या को वैश्विक पहचान दिलाई
- अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत
- राम मंदिर निर्माण के लिए हर स्तर पर सहयोग
- प्रयागराज कुंभ को विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक घटना के रूप में प्रस्तुत किया
9. कोरोना काल में मिसाल पेश की
जब कोरोना महामारी आई, देश में अफरा-तफरी मच गई।
UP जैसा विशाल राज्य संभालना असंभव सा लग रहा था।
लेकिन योगीजी ने:
- लाखों मजदूरों को बसों से घर भेजा
- हर जिले में कंट्रोल रूम
- हर जिले में ऑक्सीजन सप्लाई, अस्पताल और दवा की व्यवस्था की
- कोई भूखा न सोए — इस सिद्धांत पर सरकार चलाई
10. गोरखपुर में AIIMS: स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांति
योगीजी के प्रयासों से गोरखपुर जैसे पिछड़े इलाके में आज AIIMS है।
सैकड़ों मेडिकल कॉलेज, पीजीआई, और स्वास्थ्य केंद्र खुल चुके हैं।
11. जीवनशैली: एक सन्यासी, जो मुख्यमंत्री है
योगी आदित्यनाथ आज भी गोरखनाथ मठ में रहते हैं।
- सुबह 4 बजे उठकर योग और पूजा करते हैं
- साधारण भोजन करते हैं
- न तो छुट्टियाँ मनाते हैं और न कोई निजी सुख-सुविधा में रुचि रखते हैं
उनका मानना है —
“नेता वही जो सेवा में रहे, सत्ता में नहीं।”
12. धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण
- अयोध्या में दीपोत्सव की शुरुआत
- कुंभ मेले को वैश्विक मंच पर ले जाना
- राम मंदिर के निर्माण में सक्रिय भूमिका
- गौ माता की सेवा और संरक्षण
13. शिक्षा और स्वास्थ्य में बड़ा बदलाव
- गोरखपुर में AIIMS की स्थापना
- कई मेडिकल कॉलेज, PGI और हॉस्पिटल शुरू
- ODOP योजना के जरिए हर जिले के उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय पहचान
- बुंदेलखंड, मथुरा, काशी जैसे क्षेत्रों को पर्यटन से जोड़ा गया
14. व्यक्तिगत जीवन: अनुशासन और सादगी
- आज भी गोरखनाथ मठ में रहते हैं
- सुबह 4 बजे उठना, योग और पूजा
- मोबाइल से दूरी, दिखावे से दूरी
- न कभी छुट्टी, न आराम
- सादा भोजन, सच्ची भावना
उनकी ये बातें हर युवा के लिए एक सीख हैं —
“नेता वही जो सेवा करे, सत्ता का दुरुपयोग न करे।”
15: जब जीवन ने लिया आध्यात्मिक मोड़
🔹 राम मंदिर आंदोलन का असर
1990 के दशक में जब देश में राम मंदिर आंदोलन तेज़ हो रहा था, तब अजय सिंह बिष्ट इस आंदोलन से गहराई से प्रभावित हुए।
उन्हें महसूस हुआ कि वे सिर्फ नौकरी करके संतुष्ट नहीं हो सकते —
“मुझे कुछ बड़ा करना है… धर्म और देश के लिए”
🔹 गोरखनाथ मठ से जुड़ाव
वर्ष 1993 में वे गोरखपुर पहुंचे और गोरखनाथ मठ में महंत अवैद्यनाथ जी के सानिध्य में पहुंचे।
वहीं उन्होंने संन्यास ग्रहण किया और नया नाम मिला —
👉 योगी आदित्यनाथ
16: राजनीति में ऐतिहासिक शुरुआत
🔹 केवल 26 वर्ष की उम्र में सांसद
1998 में, महंत अवैद्यनाथ जी ने योगी जी को गोरखपुर से चुनाव लड़ने के लिए चुना।
26 वर्ष की उम्र में वे सांसद बन गए।
यह एक इतिहास था।
🔹 लगातार 5 बार जीत
- 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 — हर बार वे जनता के प्रिय बने
- गोरखपुर में हिंदू जनमानस का उन्हें भरपूर समर्थन मिला
- 2002 में उन्होंने हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना की
16: मुख्यमंत्री बनने का सफर
🔹 2017: पहली बार मुख्यमंत्री
2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को ऐतिहासिक जीत मिली।
योगी आदित्यनाथ को विधायक दल का नेता चुना गया।
19 मार्च 2017 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
🔹 2022: फिर से CM
2022 में योगी जी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया।
वे पहले ऐसे CM बने जो लगातार दो बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में लौटे।
17: योगी जी की अनसुनी बातें
- कभी मोबाइल नहीं रखते
- दिन की शुरुआत सुबह 4 बजे होती है
- गोरखनाथ मठ में ही रहते हैं, मुख्यमंत्री आवास नहीं अपनाया
- सभी त्योहारों पर बिना प्रचार के गरीबों को दान करते हैं
- आज तक किसी छुट्टी पर नहीं गए
- खुद झाड़ू लगाते हैं जब मठ की सफाई होती है
- उनका प्रिय रंग भगवा है, लेकिन सोच समावेशी है
- पुलिस से पहले कई माफिया योगी जी से डरते हैं
- वे जीवन में केवल सात्विक भोजन करते हैं
- पढ़ने के बेहद शौकीन हैं, प्रतिदिन कम से कम 1 घंटा अध्ययन करते हैं
18: बुलडोज़र राज और कानून व्यवस्था
उत्तर प्रदेश में जब योगी जी ने माफियाओं की संपत्ति पर बुलडोज़र चलवाया तो पूरे देश में चर्चा शुरू हुई।
“योगी राज में अपराधी या तो जेल में हैं, या प्रदेश छोड़ चुके हैं”
कुछ उदाहरण:
- मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद जैसे बड़े माफिया सलाखों के पीछे
- अवैध कब्जे हटे
- दर्जनों अफसरों पर कार्रवाई
- महिलाओं की सुरक्षा के लिए “एंटी रोमियो स्क्वॉड”
19: धार्मिक और सांस्कृतिक उत्थान
- अयोध्या दीपोत्सव
- राम मंदिर निर्माण में योगदान
- कुंभ को वैश्विक आयोजन बनाना
- गौ रक्षा और शुद्धिकरण आंदोलन
20: स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार
- गोरखपुर में AIIMS की स्थापना
- हर जिले में मेडिकल कॉलेज
- डॉक्टरों की नियुक्ति और ट्रांसफर नीति में पारदर्शिता
- एक ज़िला एक उत्पाद (ODOP) योजना
22: योगी आदित्यनाथ का व्यक्तित्व
- दृढ़ निश्चय: एक बार जो ठान लिया, उसे पूरा कर के रहते हैं
- निर्भीकता: किसी से नहीं डरते, चाहे वह माफिया हो या बड़ा नेता
- त्याग: सत्ता को सेवा का माध्यम मानते हैं
- संयम: बोलते कम हैं, लेकिन जब बोलते हैं तो असर छोड़ते हैं
🔹 योगी आदित्यनाथ जन्म तारीख और उम्र
- जन्म तिथि: 5 जून 1972
- उम्र (2025 में): 53 वर्ष
- जन्म स्थान: ग्राम पंचूर, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड
योगी आदित्यनाथ बचपन से ही अनुशासनप्रिय, धार्मिक और तेजस्वी थे। गणित में स्नातक करने के बाद वे सन्यासी बन गए।
🔹 योगी आदित्यनाथ का इतिहास (जीवन परिचय संक्षेप में)
| जानकारी | विवरण |
|---|---|
| असली नाम | अजय सिंह बिष्ट |
| जन्म | 5 जून 1972 |
| माता-पिता | आनंद सिंह बिष्ट (पिता), सावित्री देवी (माता) |
| शिक्षा | गणित में स्नातक |
| सन्यास दीक्षा | 1993 – गोरखनाथ मठ |
| राजनीति प्रवेश | 1998 – गोरखपुर से सांसद चुने गए |
| मुख्यमंत्री | 2017 से वर्तमान तक |
| पार्टी | भारतीय जनता पार्टी |
🔹 योगी आदित्यनाथ की पत्नी का नाम और फोटो
सच्चाई:
योगी आदित्यनाथ ने कभी विवाह नहीं किया है।
वे पूर्ण सन्यासी हैं और गोरखनाथ मठ के महंत के रूप में जीवन जीते हैं।
इसलिए:
👉 उनकी कोई पत्नी नहीं है
👉 योगी आदित्यनाथ की पत्नी का फोटो इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है – जो भी फोटो मिलें, वे फेक और भ्रामक हैं।
🔹 योगी आदित्यनाथ की शादी हुई है या नहीं?
नहीं, योगी आदित्यनाथ अविवाहित हैं।
उन्होंने विवाह का त्याग कर सन्यास मार्ग चुना है और अपना जीवन जनसेवा और धर्म रक्षा के लिए समर्पित किया है।
🔹 योगी आदित्यनाथ के कितने बच्चे हैं?
योगी जी की कोई संतान नहीं है, क्योंकि उन्होंने कभी विवाह नहीं किया।
👉 “योगी आदित्यनाथ के बच्चे” जैसे प्रश्न सिर्फ इंटरनेट की जिज्ञासा हैं, उनका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं।
🔹 योगी आदित्यनाथ का मोबाइल नंबर क्या है?
यह एक बहुत सर्च किया जाने वाला सवाल है:
👉 “Yogi Adityanath ka mobile number”
लेकिन ध्यान दें:
📵 योगी आदित्यनाथ का पर्सनल मोबाइल नंबर या WhatsApp नंबर सार्वजनिक नहीं है।
यदि आपको उनसे संपर्क करना है तो नीचे दिए गए आधिकारिक नंबर और पोर्टल का उपयोग करें।
🔹 योगी आदित्यनाथ की धर्म और राष्ट्र के प्रति निष्ठा
- गाय और गोवंश संरक्षण
- राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय योगदान
- अवैध बूचड़खानों पर कार्रवाई
- सांस्कृतिक पर्वों को नई पहचान देना (जैसे अयोध्या दीपोत्सव)
🔹 बुलडोज़र बाबा क्यों कहा जाता है?
योगी जी के शासन में:
- माफियाओं की संपत्तियों पर बुलडोजर चला
- भूमाफिया, गुंडे, भ्रष्ट नेता जेल में गए
- यूपी में अपराध दर में गिरावट आई
👉 इसलिए जनता ने उन्हें बुलडोज़र बाबा का खिताब दिया।
🔹 योगी आदित्यनाथ की शिक्षा
- गणित में स्नातक – हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय
- अध्ययनशील, अनुशासित, एवं राष्ट्रवादी दृष्टिकोण वाले विद्यार्थी
🔹 योगी आदित्यनाथ की राजनीति में यात्रा
| वर्ष | उपलब्धि |
|---|---|
| 1998 | पहली बार सांसद (गोरखपुर) |
| 2002 | हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना |
| 2017 | पहली बार CM बने |
| 2022 | लगातार दूसरी बार CM बने (इतिहास रच दिया) |
🔹 योगी आदित्यनाथ से संपर्क कैसे करें? (CM Yogi Contact Number & Address)
| माध्यम | जानकारी |
|---|---|
| 📍 मुख्यमंत्री कार्यालय पता | 5, कालिदास मार्ग, लखनऊ, उत्तर प्रदेश |
| ☎️ हेल्पलाइन नंबर | 0522-2230002, 2236167 |
| 📧 ईमेल | cmup@nic.in |
| 🌐 पोर्टल | upcmo.up.nic.in |
| 📞 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन | 1076 (UP CM Helpline) |
यदि आपको कोई शिकायत, सुझाव या जानकारी साझा करनी हो, तो उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री संपर्क पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
🔹 योगी आदित्यनाथ के कुछ प्रेरणादायक विचार
“राजनीति सेवा का माध्यम है, स्वार्थ का नहीं।”
“सत्ता का मतलब दिखावा नहीं, विकास और सुरक्षा देना है।”
“जिस दिन नेता डरने लगे, उसी दिन अपराधी जीत जाता है।”
📢 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. योगी आदित्यनाथ का फोटो HD में कहाँ से मिलेगा?
👉 आप योगी आदित्यनाथ जी का HD फोटो नीचे दिए गए स्रोतों से प्राप्त कर सकते हैं:
- 👉 upcmo.up.nic.in/gallery
- 👉 Google Images
- 👉 PIB India (प्रेस इनफार्मेशन ब्यूरो)
- 👉 Wikimedia Commons (Public Domain Photos)
ध्यान रहे कि इन फोटो का उपयोग सम्मानपूर्वक और नियमों के तहत करें।
Q2. योगी आदित्यनाथ का रहन-सहन
- सादा जीवन
- ब्रह्ममुहूर्त में उठना
- दैनिक योग व पूजा
- भोजन: पूर्ण सात्विक
Q3. योगी आदित्यनाथ जन्म तारीख और उम्र
- जन्म तिथि: 5 जून 1972
- उम्र (2025 में): 53 वर्ष
- जन्म स्थान: ग्राम पंचूर, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड
योगी आदित्यनाथ बचपन से ही अनुशासनप्रिय, धार्मिक और तेजस्वी थे। गणित में स्नातक करने के बाद वे सन्यासी बन गए।
Q4.योगी आदित्यनाथ की शादी हुई है या नहीं?
👉 नहीं, योगी आदित्यनाथ की शादी नहीं हुई है।
वे एक सन्यासी हैं और उन्होंने ब्रह्मचर्य व्रत का पालन किया है। गोरखनाथ मठ के नियमों के अनुसार, मठ के महंत को विवाह नहीं करना होता है।
Q5. योगी आदित्यनाथ की पत्नी का नाम क्या है?
जैसा कि ऊपर बताया गया, योगी जी ने कभी विवाह नहीं किया, इसलिए उनकी कोई पत्नी नहीं है।
कुछ फेक वेबसाइट्स या सोशल मीडिया पर “योगी आदित्यनाथ की पत्नी का फोटो” जैसी जानकारी फैलाई जाती है, जो पूरी तरह से झूठी और भ्रामक है।
Q6. योगी आदित्यनाथ की लव स्टोरी?
यह सवाल आजकल गूगल पर खूब सर्च किया जाता है —
👉 “योगी आदित्यनाथ लव स्टोरी”
लेकिन सच्चाई यह है कि योगी जी ने कभी कोई लव अफेयर नहीं किया।
वे युवावस्था में ही आध्यात्मिक पथ पर चल पड़े थे। उनका जीवन केवल राष्ट्रसेवा, धर्म रक्षा और जनसेवा के लिए समर्पित है।
Q6. योगी आदित्यनाथ के कितने बच्चे हैं?
क्योंकि योगी आदित्यनाथ ने विवाह नहीं किया है, इसलिए उनके कोई संतान (बच्चे) नहीं हैं।
Q8. योगी आदित्यनाथ का मोबाइल नंबर – क्या यह सार्वजनिक है?
यह भी एक बहुत अधिक सर्च किया जाने वाला कीवर्ड है —
👉 योगी आदित्यनाथ का मोबाइल नंबर
👉 योगी आदित्यनाथ कांटेक्ट नंबर whatsapp
लेकिन ध्यान रहे:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पर्सनल मोबाइल नंबर या WhatsApp नंबर सार्वजनिक नहीं किया गया है।
यदि आपको उनसे संपर्क करना है, तो नीचे दिए गए आधिकारिक माध्यमों का उपयोग करें।
Q9. योगी आदित्यनाथ पोर्टल – जनसुनवाई, योजनाएं और अपडेट
योगी आदित्यनाथ ने जनता की समस्या सुनने और समाधान देने के लिए कई पोर्टल्स शुरू किए हैं:
- Jansunwai Portal – jansunwai.up.nic.in
- CM Dashboard – cm.up.gov.in
- योजना पोर्टल – up.gov.in
Q10. योगी आदित्यनाथ आज कहां जाएंगे?
👉 योगी आदित्यनाथ जी की रोजाना की यात्रा या कार्यक्रम जानने के लिए:
- upcmo.up.nic.in पर “Press Release” सेक्शन चेक करें
- Twitter/X हैंडल – @myogiadityanath फॉलो करें
- Live Hindustan / Amar Ujala जैसे न्यूज़ पोर्टल देखें
Q11. योगी आदित्यनाथ की फोटो HD में कैसे डाउनलोड करें?
योगी आदित्यनाथ के HD फोटो डाउनलोड करने के लिए:
- Google Images में “Yogi Adityanath HD photo” सर्च करें
- Wikimedia Commons – Free use images
- upcmo.up.nic.in/gallery
Q12. योगी जी से मिलने का समय (Appointment कैसे लें?)
अगर आप व्यक्तिगत रूप से मिलना चाहते हैं:
- jansunwai.up.nic.in पोर्टल पर लॉगइन करें
- “निजी अपॉइंटमेंट हेतु आवेदन” फॉर्म भरें
- या फिर 1076 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें
👉 मिलना आसान नहीं है, लेकिन जनसुनवाई प्रणाली पारदर्शी है।
Q13. योगी आदित्यनाथ की आज की घोषणाएं (Yogi Adityanath Today News)
रोजाना अपडेट जानने के लिए:
- UPCM Portal
- लोकल समाचार वेबसाइट (Ashok Times, Dainik Jagran, Hindustan, Amar Ujala)
- Twitter/X – @myogiadityanath
🙏 पसंद आया? तो शेयर कीजिए!
कृपया कमेंट करके हमें बताएं।
अगर आपके पास भी कोई जानकारी या कहानी है जिसे आप दुनिया तक पहुँचाना चाहते हैं —
तो हमें ईमेल करें:
📧 ashoktimes24@gmail.com
हम उसे आपके नाम के साथ प्रकाशित करेंगे।








