स्थान: सेक्टर-57, गुरुग्राम
तारीख: 10 जुलाई 2025
पृष्ठभूमि: राधिका यादव, एक होनहार राष्ट्रीय टेनिस खिलाड़ी, जिसने अपने खेल से देश और परिवार का नाम रोशन किया था, उसकी हत्या उसके अपने पिता दीपक यादव ने दिनदहाड़े कर दी। यह घटना पूरे देश को हिला देने वाली थी और हर किसी के मन में यही सवाल था – “एक पिता ऐसा कैसे कर सकता है?”
📅 घटना कैसे हुई? (घटनाक्रम का विवरण)
यह सुबह 10 जुलाई 2025 की है। समय था करीब 10:30 बजे का। गुरुग्राम के सेक्टर-57 स्थित एक घर में अचानक गोलियों की आवाजें गूंजने लगीं। नीचे के फ्लोर पर रहने वाले राधिका के चाचा कुलदीप यादव और उनका बेटा पीयूष यह आवाजें सुनकर घबरा गए। उन्होंने सोचा कि शायद किचन में प्रेशर कुकर फट गया हो।
लेकिन जब वे ऊपर की मंज़िल पर पहुंचे तो वहां का नज़ारा दिल दहलाने वाला था। रसोई में खून से लथपथ राधिका यादव की लाश पड़ी थी। पास में ही एक लाइसेंसी रिवॉल्वर पड़ी थी। पिता दीपक यादव ड्राइंग रूम में कुर्सी पर चुपचाप बैठे थे, उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं था। माँ मंजू यादव भी बदहवास सी थीं।
राधिका को तुरंत सेक्टर-56 के एशिया मेरिंगो अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
🔫 कितनी गोलियां चलीं?
पुलिस रिपोर्ट और डॉक्टरों के अनुसार:
- दीपक यादव ने कुल 5 गोलियां चलाईं।
- 3 गोलियां राधिका को लगीं – एक गर्दन में और दो पीठ में।
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली लगने की पुष्टि की गई है।

✉️ हत्या की वजह क्या थी?
यह सवाल सबके मन में था कि आखिर एक पिता ने अपनी होनहार बेटी की जान क्यों ले ली?
🤔 समाज के ताने:
दीपक यादव रोज सुबह दूध लेने जाते थे। वहां लोग तंज कसते थे – “अब तो बेटी खूब कमाती है, बाप उसी पर पल रहा है।” ये बातें दीपक को चुभती थीं।
🏋️♀️ टेनिस से अकादमी तक:
राधिका ने चोटिल होने के बाद टेनिस खेलने से ब्रेक ले लिया था। उसने खुद की टेनिस अकादमी खोलने का फैसला किया। इसके लिए उसने अपने पिता से ढाई करोड़ रुपये की मदद मांगी और पिता ने यह रकम भी दे दी।
अकादमी खूब चली। आसपास के इलाके से कई बच्चे वहां ट्रेनिंग के लिए आने लगे। लेकिन दीपक यादव को यह बात पसंद नहीं थी कि उसकी बेटी अब उसे पैसे कमा कर दे रही है।
🎥 वीडियो एल्बम विवाद:
एक साल पहले राधिका ने एक वीडियो एल्बम में एक्टर इनामुल हक के साथ काम किया था। वीडियो वायरल हुआ और कुछ लोगों ने इसे लेकर अफवाहें फैलाईं। दीपक यादव इस बात से भी नाराज़ था और चाहता था कि वीडियो हटे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
💬 सोशल मीडिया और रहस्यमयी चैट
घटना के बाद जब पुलिस ने सोशल मीडिया खंगालना शुरू किया तो:
- राधिका के कोई सोशल मीडिया अकाउंट नहीं मिले।
- कहा गया कि घटना के 3 घंटे के भीतर अकाउंट डिलीट कर दिए गए।
- एक चैट वायरल हुई जिसमें राधिका ने अपने कोच से कहा था – “मुझे इस घर से निकलना है, दुबई जाना चाहती हूं।”
इससे यह संकेत मिला कि राधिका अपने घर के माहौल से तंग आ चुकी थी।
📄 राधिका यादव: उपलब्धियों की मिसाल
राधिका कोई आम लड़की नहीं थी। उसने कम उम्र में वो मुकाम हासिल किया था, जिसका सपना हर खिलाड़ी देखता है:
- राष्ट्रीय स्तर पर 57 प्रतियोगिताओं में भागीदारी।
- 18 बार गोल्ड मेडल विजेता।
- AITA महिला युगल में 53वीं रैंक।
- AITA महिला एकल में 35वीं रैंक।
- ITF रैंकिंग में 113वीं रैंक (4 नवंबर 2024 तक)।
वह अब खुद बच्चों को टेनिस सिखा रही थी। उसका सपना था – “मेरा सपना कोई और पूरा करे, मैं उसे तैयार करूंगी।”
🕵️♂️ पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
- दीपक यादव को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया।
- IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज हुआ।
- हत्या में प्रयुक्त रिवॉल्वर लाइसेंसी थी (2004 में बनी)।
- पुलिस ने माँ, बेटे, और चाचा से भी पूछताछ की।
🚫 विरोधाभासी बयान
- माँ मंजू यादव ने कहा: “मैं मौके पर नहीं थी।”
- चाचा कुलदीप यादव ने कहा: “माँ और बेटा – दोनों मौके पर मौजूद थे।”
इससे संदेह और गहराया कि क्या कुछ छुपाने की कोशिश की जा रही थी?
🔍 3 घंटे का रहस्य
घटना सुबह 10:30 बजे हुई, लेकिन पुलिस को सूचना करीब 1:30 बजे मिली। सवाल उठते हैं:
- क्या डॉक्टरों को देर से बुलाया गया?
- क्या घरवालों ने पहले सबूत मिटाने की कोशिश की?
- क्या सोशल मीडिया अकाउंट इसी दौरान हटाए गए?
पुलिस को जांच में इन सभी पहलुओं को गंभीरता से लेना चाहिए।
🎥 क्या एक्टिंग बनी मौत की वजह?
राधिका ने एक वीडियो एल्बम में हिस्सा लिया था जिसमें उसने प्रोफेशनल एक्टिंग की थी। इसके फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए।
- पिता को यह बात मंज़ूर नहीं थी।
- कुछ मीडिया संस्थानों ने इस एंगल को भी हाइलाइट किया कि “रील और सोशल मीडिया संस्कृति” भी हत्या की एक वजह हो सकती है।
हालांकि, इनामुल हक की मैनेजर ने कहा – राधिका और उनका कोई निजी संबंध नहीं था, वो सिर्फ एक प्रोजेक्ट का हिस्सा थीं।
🧠 क्या दीपक यादव मानसिक तनाव में था?
दीपक यादव एक बिल्डर था। लाखों की आमदनी थी, गाड़ियों के पार्ट्स की दुकान भी थी। परिवार संपन्न था। फिर भी:
- समाज के तानों ने उसे भीतर से तोड़ दिया था।
- बेटी की तरक्की उसे बोझ लगने लगी।
- अपने अहम और झूठी शान के चलते उसने एक हंसती-खेलती ज़िंदगी छीन ली।
🧕 राधिका की आखिरी इच्छा?
वायरल चैट से यह बात निकल कर आती है कि राधिका इस घर से आज़ाद होना चाहती थी। वो चाइना या दुबई जाकर ट्रेनिंग या कोचिंग करना चाहती थी। उसे लगता था कि उसके अपने ही घर में उसका दम घुट रहा है।
✉️ निष्कर्ष: क्या राधिका को इंसाफ मिलेगा?
राधिका यादव की हत्या ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक बेटी जो देश के लिए खेल सकती थी, उसने अपने सपनों को साकार करने की ठानी थी, उसे उसके ही पिता ने खत्म कर दिया।
अब यह पुलिस और न्यायपालिका की जिम्मेदारी है कि:
- हर एंगल से जांच हो।
- घरवालों की भूमिका स्पष्ट हो।
- राधिका को न्याय मिले।







